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संसार में हमारे दिन छाया के समान हैं।
-राजा दाऊद
क्या आप जानते हैं कि एक दिन में कितने मिनट होते हैं?
चौदह सौ चालीस।
क्या आप जानते हैं कि एक सप्ताह में कितने घंटे होते हैं?
एक सौ अड़सठ।
यह मेरे लिए एक रोचक बात है
कि धनी लोग ज़्यादा घंटे खरीद नहीं सकते।
वैज्ञानिक नये मिनटों का आविष्कार नहीं कर सकते।
यहाँ तक कि आप दूसरे दिन के लिए समय बचा नहीं सकते हैं।
आज आपके पास कम समय है।
आप कहेंगे कि, "मैं कल के लिए समय बचाऊंगा।"
आप ऐसा नहीं कर सकते।
क्या आप अपने दिनों को गिनते हैं?
क्या आप यह मानते हैं कि हर दिन कितना महत्वपूर्ण है।
महत्वपूर्ण पल
जीवन का एक पल
सब कुछ इस पल में आता है
सूपर बॉल 42 के लिए
उस दिन हम कम आँके गए थे।
लोगों का सोचना था कि खेल खत्म हो गया
इससे पहले कि हम खेलते।
जबतक कि 'जाइंट्स ' खेल में वापसी न करलें
अविजित 'पेट्रीओट्स ' ज़रूर
सूपर बॉल 42 में इतिहास रचेंगे
मैं जानता कि मैं अधिक समय के लिए खुला नहीं था।
स्नैप ने मैनिंग को दिया, फिर से फेका-सब एक के ऊपर एक
मैं जब पीछे देखता हूँ, मुझे देखना आसान था
इसे लगेगी! यह हटा दिया जाएगा!
नहीं! नहीं! यह बच गया!
अविश्वसनीय!
प्रश्न पूछने का पल
मैं पहला पल याद करता हूँ
जब मैं पूरी तरह से खो गया
जादूगर होने के एक खयाल से।
वो एक पल था जिसे मैं जानता था
कि मैं वास्तव में इसमे अच्छा हो सकता था।
यह मेरे लिए संसार की सबसे रोचक बात है।
अक्सर प्रश्न मुझे उत्तर से ज़्यादा पसंद आते हैं,
और कौन सी जादुई युक्ति आपको मजबूर करती है
प्रश्नों के स्थल में, और यह सच्चाई की चादर को खींचती है
आपके नीचे से जहां से आपने सच में छोड़ा था
एक ऐसी जगह जहां आप नहीं जानते की क्या हो रहा है।
खोज का पल
मुझे याद है मैंने अपना पहला गाना चौदह वर्ष कि आयु में रिकार्ड किया।
वास्तव में माँ ने इसको रिकार्ड करने में मेरी सहायता की थी।
उनके पास रिकार्ड करने के साधन थे
और खुद का रिकार्ड किया हुआ सुनना अदभुत है।
मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था
की मैं जीविका के लिय संगीतकार बनूँगी।
मैंने यह सोचा था की यह संभव नहीं है।
हर चीज़ का एक समय है.....
और आसमान के नीचे हर कार्य का एक मौसम।
- राजा सुलेमान
एक जादूगर के समान आप बहुत शक्की है
और आप जानते हैं कि जो कुछ हो रहा है
उसके पीछे सब गलत या झूठ है।
एक सर्वशक्तिमान ईश्वर का विचार बेतुका लगता है।
जब मैं उन लोगों से बात करता जो चर्च जाते थे,
मुझे याद आता जैसे कि वे फंस रहे है
किसी आसान जादुई चाल में।
पर्दे के पीछे ओज़ के जदुगर के समान
जो सब काबू में रखता है।
मैं इस बात में बड़ा हुआ हूँ
कि लोगों को कैसे वास्तविकता का विश्वास दिला सकूँ
जबकि यह सच नहीं है।
मैं झूठों का सरदार हूँ।
मैं कपटी पुरुष हूँ।
लेकिन मैं अपने से एक बड़ा ईश्वरीय प्रश्न पूछने लगा।
मैंने कहा, "परमेश्वर, यदि आप सच्चे हैं,
तो मैं चाहता हूँ की आप मुझे पर्दे के पीछे वापस भेज दे।
मैं चाहता हूँ कि आप दिखाये यह कैसे होता है
मैं चाहता हूँ, आप इतना वास्तविक बनायेँ, मैं अनदेखा न करूँ।"
मैं उस दिन को नहीं भूलता जब वह व्यक्ति मेरे कमरे में आया
और उसने कहा,"श्रीमान मुनरो मैं नहीं जानता
कैसे यह बताऊँ कि आपको कैंसर है।"
मैंने कहा, "क्या?!"
उसने मेरी ओर देखा और कहा,
"श्रीमान मुनरो, हम आपकी बीमारी ठीक नहीं कर सकते।"
मेरी पत्नी और मैं....
हम गंभीर समस्या में थे।
परमेश्वर, आप कहाँ हैं?
मुझे लगता है कि आप उतने महान नही हैं।
मेरी शादी को पाँच साल हो गए थे।
मेरे पास 3-साल की बेटी और 2-साल का छोटा बेटा था।
मैं परिवार के साथ और समय बिताना चाहता था।
मुझे और समय चाहिए था।
तीसरा गिरा और पाँच।
मैनिंग ने झपटा, बाहर से दबाव।
वो नीचे मैदान को देख रहा है और सब उसके ऊपर हावी हैं!
और ज़ोर से फेकता है!
टाइरी ने क्या कैच लिया है!
उसने यह कैसे किया?
मैं नही जानता!
न्यूयार्क जाइंट्स ने
मुझे 2003 के छटे दौर मे शामिल किया,
और यह वह था जिसे मैं खोज रहा था।
कालेज के दिनों में मैंने बहुत संघर्ष किया,
मैदान को पाना, पहचान पाना
और अब मुझे लगता, आप जानते हैं, कि आखिरकार ऐसा हुआ,
नए खिलाड़ी के रूप में यह मेरे लिए एक गौरव की बात थी।
मैं हर पल का मज़ा ले रहा था।
बहुत से लोग ऐसा सोचेंगे
कि पैसा आपकी सारी परेशानियों का हल है।
मैंने पाया कि पैसे ने बुराई को और बढ़ाया
जो मेरे जीवन में थी।
इसने मुझे और अधिक चीज़ों को पाना आसान बना दिया
जिनको मैं सबसे ज़्यादा पाना चाहता था।
मेरे पास औरतें थी; अब मुझे महिलाएं और पसंद करने लगीं।
मुझे शराब पसंद थी
और अब मैं सारी शराब पा सकता था जितना मैं चाहता था।
पहले कभी मैंने हाशिश का सेवन नहीं किया था,
अब मैं जितना चाहता ढेर सारा हशिश खरीद सकता था।
मैं सबके सामने अलग इंसान था
और व्यक्तिगत रूप में फ़र्क।
शराब से मेरा संघर्ष
एक अच्छे समय से कहीं अधिक था
और मैं कमजोर होकर इसे हँसी में टाल रहा था।
मैं बहुत शराब पीने लगा था
जिसके कारण मैं अपना संतुलन खो बैठता था।
नशे की बदहवासी में मैं अंजान स्थानों में चला जाता
जहाँ कई बार सुबाह मैं नंगा बिस्तर पर मिलता
और पिछली रात की घटना के बारे में कुछ याद भी नहीं रहता।
मैंने अपने पहले वर्ष के हर दिन गाँजा पीया।
मैंने सिर्फ गाँजा पीना ही नहीं शुरू किया,
मैं उसे बेचने भी लगा।
मैं कभी भी अपनी कार के शीशे में साइरेन को नहीं भूलूँगा।
उसकी आवाज़, और उस एक पल मेरा दिल दहल जाता था।
जब कार से बाहर आने के लिए बोला जाता,
और वह कार कि तलाशी लेते
और आधा-पौंड हशिश बरामद होता।
यह मेरे जीवन का सबसे दुखद पल था।
पहली बार,
जब मुझे घसीट कर फोर्ट ली जेल में डाला गया
मुझे लगा मैं टूट गया।
मैं टूट चुका था
और मुझे देखने के लिए कोई दूसरा नहीं था सिवाय मेरे।
बाहर से आप बढ़िया दिखते हैं
लेकिन अंदर गहराई में आप कुछ ढूंढ रहे हैं
उसे जो आपने अभी तक नहीं पाया है।
जीवन में इसके अतिरिक्त अवश्य ही कुछ और है।
जब मैं छोटी लड़की थी तब हमें पैसे की तंगी थी,
मेरी माँ एक अकेली माँ 18 वर्ष में दो बच्चों के साथ
वास्तव में यह एक गंभीर स्थिति में होना था।
जब मैं 10 साल का था,
मेरा चचेरा भाई, जो 3 वर्ष का था,
वह मेरे छोटे भाई के समान था,
उसे उसके सौताले बाप ने पीट पीट कार मार डाला था।
मैं उस परमेश्वर पर कैसे भरोसा भी कर सकती
जो ऐसा होने देने के लिए रज़ामन्द था?
इससे मैं निराशा में गिर गयी और मैं उनके साथ जाने लगी
जो लोग मेरी तरह के संघर्षों से गुज़र रहे थे,
आखिर में वह नशीले दवाएं लेने लगते,
और निराशा को और बढ़ावा देते।
जब मैं 16 वर्ष का थी, मैं एक बड़बोली नास्तिक थी
और वास्तव में बहुत से धर्मों को खोजा
और हर चीज़ में खालीपन महसूस किया
चाहे नशीले दवाएं लेना या सेक्स करना,
या सिर्फ गहरी सोच या फलसफा।
इन सबसे से मुझे वास्तव में सिर्फ खालीपन महसूस होता था।
और क्यूंकी जीवन में कुछ नहीं था
जो मेरे खालीपन को संतुष्ट करता,
मैं आगे जीवन नहीं जीना चाहता था।
ऐसे समय थे
मैं रात में सोने के लिए खुद पर चिल्लाती
मैंने आत्महत्या करने की योजना बनाई।
मैं दोबारा जागना नहीं चाहती थी ।
मैं जागने से थक चुकी थी
और मैंने सिर्फ सोचा, "मैं इसे और ज़्यादा नहीं कर सकती हूँ।"
केवल जागना
सोचकर कि नहीं
जिस दिन मैंने आत्महत्या करने की योजना बनाई
मैं स्कूल से जल्दी घर आयी
और मेरी दादी उस समय घर पर नहीं होना था
और शायद वह यह जान गयी थीं,
कि कहीं कुछ गलत था।
और उन्होने सिर्फ मुझे देखकर कहा,
"क्या कोई परेशानी है तुम्हें। तुम चर्च जा रही हो।"
यह संसार की आखिरी जगह थी जहां मैं जाना चाहती थी।
मैं मसीहों और चर्च से नफरत करती थी।
मेरा जवाब था, "मैं कभी चर्च नहीं जाऊंगी।"
और मैं उनके साथ वाद विवाद में उलझ गयी
और मुझे यह याद है कि मैंने कहा,
"अगर आप चुप होंगी तो मैं जाऊंगी!"
और जब आराधना समाप्त होगी तब मैं आत्महत्या करूंगी।
लाखों विलाप कर रहें हैं,
"मैं जीवन के दबाव से बचने के लिए क्या कर सकता हूँ?"
यह दबाव बहुत अधिक है।
समय को बचाने के लिए हमारे पास अच्छी तकनीक है,
लेकिन हमारे पास पहले की अपेक्षा समय कम है।
घर में तनाव,
कार्यक्षेत्र में परेशानी, स्वास्थ समस्याएँ।
गुज़ारा करना।
हम ज़िंदगी पर चिल्लाना और ज़िंदगी से भागना चाहते हैं।
अदलाई स्टीवेन्सन ने एक बार कहा,
"यह सिर्फ आपके जीवन के दिन नहीं
पर जीवन जो इन दिनों में है वह महत्व रखता है।"
आपके पास काफी समय, पर किस लिए?
वे चीज़ें जो आपके दिल और ज़िंदगी को तोड़ती हैं
वह यीशु में जोड़ी जाती हैं,
यदि आप उस पर विश्वास और भरोसा रखते हैं।
उसने क्रूस पर प्राण दिये।
वह आपके लिए मृतकों में से जी उठा।
वह आपके जीवन में मार्गदर्शन देना चाहता है।
वह आपको शान्ति और आनंद और सुरक्षा देना चाहता है
कि यदि आप मरें तब स्वर्ग जा सके।
लेकिन पहले एक बदलाव ज़रूरी है।
आपको फिरना है।
इसे बाइबल में पश्चाताप कहते हैं।
पश्चाताप।
जब मैं उस जेल की कोठरी में था,
मैं जान गया था कि मैं अपनी ताकत के आखिरी छोर पर था।
मैंने माना कि मैं 24 वर्ष का हूँ,
एनएफएल की विशेष टीम का उस वर्ष का नया खिलाड़ी।
न्यूयार्क जाइंट्स का उस वर्ष का नया खिलाड़ी,
और मैंने सब कुछ पाया जिसे कोई भी पाने की चाह करता हो।
लेकिन इसने मुझे कहीं नहीं पहुंचाया
केवल गिरावट, मृत्यु और निराशा के अलावा।
और मैं टूट चुका था।
मैं टूट चुका था,
और मैंने माना कि, क्या आप जानते हैं?
मेरे सिवाय मुझे देखने वाला और कोई नहीं था,
और उस वक़्त कोई भी चीज़ मायने नहीं रखती थी।
मैं सिर्फ यह जानता था कि मुझे कुछ और चीज़ की जरूरत थी।
मैं निराशा से चिल्लाया और सिर्फ यह कहा,
"ईश्वर, मैं यह जानता हूँ कि मुझे आपकी ज़रूरत है।"
मेरे गिरफ्तार होने के बाद दूसरे सप्ताह के अंत में
मैं चर्च के पीछे घुटने मोड़ कर बैठा था,
चिल्ला रहा था और ईश्वर के सामने रो रहा था।
मैं ईश्वर के प्यार को और ज़्यादा रोक नहीं सकता था।
जैसे ही ईश्वर की माफी मिली मैं जान गया, मैं नया बन गया।
यीशु मसीह का व्यक्तित्व मेरे जीवन की अब सच्चाई थी।
यह एक पौराणिक कथा नहीं थी।
यह कोई कल्पना या विचार नहीं था।
मनुष्य को पापों कि क्षमा द्वारा ही आज़ादी मिलती है
और मैं तुरंत बदल गया था।
मैं जानता था कि मैंने प्रेम का अनुभव किया था
जिसने मेरे जीवन को सदा के लिए बदल दिया था,
और मैं जानता था कि वहाँ से कभी नहीं
मुझे वापस लौटना था।
हा, हा, हा!
आप का जीवन क्या है?
आप भाँप के समान हैं जो थोड़ी देर के लिए दिखती है
और फिर गायब हो जाती है।
-याक़ूब 4:14
समय हमारे पास से सिमट रहा है।
कितना लम्बा समय हमारे पास है?
भजनकार ने विनती की
कि यहोवा याद रखता है कितना कम समय मेरे पास है।
"मेरे दिन छाया के समान हैं जो घटती जाती है
और मैं घास के समान मुर्झा जाता हूँ,
लेकिन तू हे प्रभु हमेशा रहेगा
और तू सारी पीढ़ियों को याद रखता है।"
सोचें- ईश्वर हमेशा रहेगा,
लेकिन इस पृथ्वी पर,
हम एक छाया के समान हैं जो घटती जा रही है।
हम सब मर रहे हैं।
जिस पल आप पैदा हुए आपने मृत्यु की ओर बढ़ना शुरू किया।
कितना लम्बा समय हमारे पास है?
कैंसर के डाक्टर ने मुझे देखा और कहा,
"श्रीमान मुनरो, हम आपकी बीमारी का इलाज नहीं कर सकते।
इसके अलावा हम कुछ और करने की कोशिश करेंगे।
इसे हड्डी के गूदे का प्रत्यारोपण कहा जाता है।
आपके शरीर में एक समस्या है कि आपके खून के सफ़ेद अणु
खराब अणुओं की खराब नकल कर रहे हैं।
आपकी देह धोखा दे रही है।
यह अपने साथ ही चालबाजी कर रही है।"
उन्होने कहा, "हमे क्या करने की आवश्यकता है
कि हम आपके सिस्टम को पूरी तरह से नष्ट करें,
और जो हम करने की आशा कर रहे हैं, आशा करते हैं उसे पायेँ
कोई इस संसार में
जिसका डीएनए आपसे काफी हद तक मेल करता हो
ताकि एक नया अवरोधक सिस्टम पैदा कर सकें,
नए सिरे से एक नए खून की प्रक्रिया।
हम किसी और के शुद्ध खून से आपके खून को बदलने जा रहे हैं
आपके लिए ताकि आप दोबारा जीवित रह सके।"
ईश्वर ने कहा बिना खून बहाये
क्षमा नहीं है।
आपका स्थान कोई और लेगा
जो आपके न्याय की ज़िम्मेदारी को अपने ऊपर ले
उस मृत्यु के जिसके आप हकदार हैं,
और वह विकल्प यीशु मसीह बना है।
मैं खुद सोच रहा था,"श्रीमान, मेरा समय खत्म हो रहा है।
मैं कैंसर से मर रहा हूँ।"
इससे निपटना बहुत कठिन है।
अभी, पेटन 3 वर्ष का है
और गैविन 2 वर्ष का।
मेरे दो बच्चे...
क्या मेरे जीवन को जल्दी ले लेगी, मैं तुमसे प्यार करता हूँ।
डाक्टरों ने कीमो थेरपी की जटिल प्रक्रिया आरंभ करी,
जिसका उद्देश्य
न सिर्फ मेरी देह के कैंसर को नष्ट करना था,
बल्कि मुझे खतम करने के समान था।
यह नरक था। यह एक धीमी मौत थी।
मैं सच में डरा हुआ था।
मैं डरने की कोशिश नहीं कर रहा था,
लेकिन मैं डरा हुआ था।
मैंने पत्नी और परिवार के लिए मजबूत होने की कोशिश करी,
लेकिन मैं बहुत डरा हुआ हूँ।
हम जवाब का इंतज़ार कर रहे थे
राष्ट्रीय बोन मैरो डोनर कार्यक्रम से।
इस समय वहाँ 70 लाख लोग पंजीकृत हैं
डाटा बेस के आधार पर।
और मेरे लिए एक सिद्ध मिलान होना था; सिर्फ एक।
एक 19 साल की महिला थी।
डाक्टर बोले,"श्रीमान मुनरो, आपकी हड्डी के गूदे के प्रत्यारोपण
23 अप्रैल की तारीख तय हुई है।
आप बिलकुल नया जन्मदिन पाने जा रहे हैं।"
वे बोले, "आप गर्भ में एक बच्चे के समान होने जा रहे हैं
एक बार फिर।
नर्सें आपके जन्मदिन को अस्पताल में मनायेंगी।"
मैं यह शब्दावली पहले भी सुन चुका था,
किसी चर्च में जहां मैं गया था।
वस्तुतः मैं नए जन्म को लेने जा रहा था।
और मैं नहीं भूलूँगा, 23 अप्रैल को
जब वे मेरे कमरे में एक खून के थैले को लाये
और हर कोई उस वक़्त की आशा कर रहा था
जब मेरी देह उस नए खून से नया जीवन पायेगी।
मैं आज यहाँ बैठा हूँ, 100% कैंसर से पूर्णतः आज़ाद
और जब वे आज मेरे खून की जांच करते हैं
वह उस 19 साल की महिला को देखते हैं।
वह उसे देखते हैं, वे XX क्रोमोसोम देखते हैं।
मुझे गलातियो 2 का पद याद आता है
जहां लिखा है,"अब से मैं नहीं जीता
परंतु कोई और है जो मेरे भीतर रहता है,
और जो जीवन मैं जीता हूँ उसे विश्वास से जीता हूँ।"
उसने मेरा जीवन बचाया।
क्या वास्तव में? अद् भुत ।
उसने मेरा जीवन बचाया, मैं ल्यूकीमिया से मर ही गया था।
वह मेरी हड्डी के गूदे की दान दाता है।
वह है।
हाय!
यहून्ना 17:3, कहता है,
"अनन्त जीवन यह है, आपको जानना
और प्रभु यीशु को जिसे आपने भेजा है।"
मैं यीशु के दावे से पूरी तरह से सहमत हूँ
एक शक्की और एक जादूगर होने पर भी।
मैं जानता हूँ संसार का ईश्वर
मुझे पर्दे के पीछे से वापस लाया,
जैसा मैंने उससे करने को कहा था।
कैंसर के द्वारा उसने मेरे जीवन में यह किया,
और एक आत्मिक कैंसर है
जो हमें अंदर से खा रहा है,
और हम सब इच्छुक हैं,
हम सब विनती कर रहे है की कोई आये
और हमे इस दशा से बचा ले।
परमेश्वर आपके हृदय को देखता है,
परमेश्वर देखता है कि आपको आत्मिक दिल की बिमारी है।
और वह आत्मिक दिल की बीमारी पाप है।
और हम सब पापी हैं।
इसका अर्थ है कि हमने परमेश्वर की आज्ञाओं को तोड़ा है।
हमने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी है।
हमने परमेश्वर के विरुद्ध विद्रोह किया है,
और क्यूंकि हमने उसजे विरुद्ध विद्रोह किया है,
हम एक न्याय का सामना करने जा रहे हैं।
जी हाँ, न्याय आ रहा है।
एक दिन आप परमेश्वर के सामने खड़े होंगे
उस बड़े न्याय के दिन
और आपको आपने जीवन का लेखा यहाँ देना होगा
और आपको लेखा देना होगा
जो आपने यीशु मसीह के साथ क्या किया
आज ही की रात,
क्यूंकि एक न्याय होने जा रहा है,
परंतु परमेश्वर का न्याय भी धूमिल हो गया
उसके प्रेम और दया के द्वारा।
वह आज रात आपको क्षमा करना चाहता है,
वह आज रात आपको एक मौका देना चाहता है।
कोई बात नहीं कि आपने पहले कितना समय बर्बाद किया है,
आप अभी भी कल को पा सकते हैं।
मैं चर्च की आखिरी कतार में बैठी हुई थी,
अपनी कुर्सी में बाहों को जोड़कर नीचे धसी हुई थी
और वक्ता ने बोलना आरंभ किया
और उन्होने जो कुछ कहा सीधे मेरे दिल को लगी
जैसे केवल मैं ही कमरे में हूँ,
और वह बोलते बोलते बीच में रुके और कहने लगे,
"इस कमरे में एक आत्महत्या करने वाली आत्मा है,
और परमेश्वर चाहता है तुम जानो वह तुमसे प्यार करता है।"
मेरी गर्दन के पीछे के रोयें खड़े हो गए,
मुझे लगा, कि मैं इससे उत्तेजित होने लगी।
मैंने निकलने का प्रयास किया।
मैं उठी और दरवाजे की ओर गयी
जब उन्होने चर्च की सभा को समाप्त किया
और एक आदमी ने मेरे बाज़ू पकड़ लिया
और वह एक सफ़ेद बाल वाले एक बूढ़े थे, उन्होने कहा,
"परमेशवर चाहता है कि मैं तुमसे बात करूँ
और वह चाहता है कि तुम जानो
भले ही तुमने अपने सांसारिक पिता को नही जाना,
वह तुम्हारे लिए बेहतर पिता होंगे
किसी भी सांसारिक पिता की अपेक्षा।"
उन्होने कहा, "उसने तुम्हें देखा है
जब तुम रात को रोते हुए सोते हो।"
जब वह यह बोले, मैं चौंक गयी,
क्यूंकि मैं हर रात रोते हुए ही सोती थी
अपनी 10 साल की आयु से।
यदि मैं नहीं रोती, तो मैं नहीं सो पाती थी।
पर उन्होने कहा, "वह तुम्हें देखता है
जब तुम रात को रोते हुए सोती हो,
और उसने तुमसे इतना प्यार किया कि अपने बेटे यीशु को भेजा
क्रूस पर मरने और लहू बहाने जिससे सब दर्द वह ले
अपने ऊपर जो तुम अनुभव कर रही हो
ताकि तुम्हें इसका अनुभव न हो।"
उन्होने कहा,"क्या तुम चाहती हो कि वह तुमसे ले ले?
क्यूंकि वह इसको लेने के लिए ही मरे।"
और मैंने कहा, "आप कोशिश कर सकते हैं।"
उन्होने कहा, "क्या मैं आपके लिए प्रार्थना कर सकता हूँ।"
मैंने कहा, "आप कोशिश कर सकते हैं।"
"मैं इन सब बातों में विश्वास नहीं रखती,
लेकिन मैं जानती कुछ अद् भुत इस वक़्त हो रहा है।"
तब उन्होने अपना हाथ मेरे कंधे पर रखा
और प्रार्थना करना आरंम्भ किया और उन्होने कुछ ऐसा कहा,
"परमेश्वर, मैं आपसे प्रार्थना करता हूँ आप अपनी बाहें
अपनी बेटी के चारों ओर बाँधें
और उसे बतायें कि आप उससे कितना प्रेम करते हैं।"
अपने जीवन भर मैं कुछ खोजती रही
अपने हृदय की इच्छा को संतुष्ट करने
और हर बार मैं पहले से ज़्यादा खाली आती हूँ
और उस पल में,
ऐसा वर्णन करना कठिन है :
उसे आपको अनुभव करना है
जब मुझे सच में लगा कि मैं सामने थी
संसार के ईश्वर सामने।
और सबसे पहले जो चीज़ मैंने देखी
वह यह थी कि परमेश्वर अति पवित्र और अद् भुत है
और मैं ऐसी नहीं थी।
आप में कुछ ऐसा सोचते होंगे की आप बहुत बुरे हैं
कि परमेश्वर के पास आ सकें,
बहुत कुछ कर लिया है, बहुत दूर निकल गए हैं,
परमेश्वर न्याय के लिए आपका इंतज़ार नही कर रहा है।
परमेश्वर ठुकराने का आपको इंतज़ार नही कर रहा है।
परमेश्वर आपसे प्रेम करता है।
उसने अपने पुत्र को आपके लिए क्रूस पर मरने भेजा,
आपके लिए खून बहाने को।
वह आपको अपनी बाहों में भरकर ग्रहण करना चाहता है,
और वह आपको ग्रहण करेगा, क्षमा और प्यार करेगा
और आपका मित्र बनेगा।
यह परमेश्वर अति पवित्र और अद् भुत है,
और यदि परमेश्वर कहता, चले जाओ, तो सही होता,
वह न्याय की बात होती, मैं जानती हूँ।
परंतु चौकाने वाली बात है कि वह मुझे अंदर खींच रहा है
और अपनी बाहों में लेकर
कह रहा है," तुम जैसी भी हो मैं तुमसे प्यार करता हूँ।
मैं किसी भी बात से अचंभित नहीं हूँ,
और यदि तुम मुझे अनुमति दोगे तो मैं तुम्हें नया बनाऊँगा।"
मैं धन्यवादित हूँ परमेश्वर हमारे देखने की अपेक्षा से अलग देखता है।
मुड़ कर जाता नहीं है,
पर वह प्रेम से हमारी ओर देखता है।
आपके प्यार के बिना
"यह सोचकर आश्चर्य होता है कि परमेश्वर एक पिता समान है
आपका धन्यवाद मुझे कभी न छोड़ने का
जबकि मैंने आपको छोड हर तरफ देखा
आपने खून बहाया, मेरा साथ देने के लिए आपने जान दी
क्यूँ आपने ऐसा कुछ किया होगा
मुझ जैसे के लिए?"
यीशु मेरे स्थान पर मरे
और मुझे सिर्फ उन पर इसके लिए विश्वास करना है
और कहें,"हाँ, मुझे बदलें। हाँ, मुझे नया बनाये।"
रोमियों का छठा अध्याय कहता है,
"पाप की मजदूरी मृत्यु है,
परन्तु परमेश्वर का वरदान अनन्त जीवन है
हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा।"
पहला पतरस कहता है,
"वह जो निष्पाप था उसने हमारे पाप क्रूस पर अपने ऊपर लिए
कि हम पाप के प्रति मृत होकर
धार्मिकता का जीवन जीयें।"
वह पाप बन गया; ज़रा सोचें!
यीशु मसीह, पवित्र, अद्भुत,
सबसे महान व्यक्ति जो कभी हुआ हो,
सबसे पवित्र व्यक्ति जो कभी हुआ हो।
जीवते परमेश्वर का बेटा पाप बन गया,
उसने कभी पाप को जाना नही था,
और व्यभिचार के उस पल वह दोषी बना।
वह झूठ का, मूर्तिपूजा का दोषी बना।
वह हर एक बदसूरत और गंदी चीज़ का दोषी बना
जिसे आप सोच सकते हैं
क्यूंकि वह आपके पाप थे जो उसके ऊपर डाले गए।
यीशु द्वारा हम पा सकता हैं सबसे मौलिक
संबंध का जीवन में पुनः स्थापित होना।
आप कहेंगे, "बिली, मुझे संसार में क्या करना चाहिए?"
पहला, आपको अपने पापों से पश्चाताप करना है।
पतरस प्रेरित ने कहा,
"मन फिराओ, और अपने को बदलो
कि तुम्हारे पाप धुल जाएँ।"
पश्चताप का अर्थ क्या है?
पश्चताप का अर्थ है कि आप परमेश्वर के पास आये और कहें,
परमेश्वर, मुझे माफ करें मैंने पाप किया है।
और हम सब दोषी हैं। हम में से हर एक।
हर कोई जिसने जन्म लिया है वह दोषी है।
क्या आपने पश्चाताप किया है?क्या आप इससे निश्चिंत हैं?
मतलब कि आप न सिर्फ कहते हैं,"परमेश्वर मुझे माफी दें।"
बल्कि परमेश्वर से अपने पापों से फिरने की मदद मांग रहे हैं,
अपने जीवन के तरीके को बदलने के लिए।
अपनी पुरानी आदतों से छुटकारे के लिए जो नही होनी चाहिए।
और फिर विश्वास के साथ आपको आना है।
"बिना विश्वास उसे प्रसन्न करना असंभव है।"
"विश्वास" शब्द का अर्थ है कि आप पूरा भरोसा करते हैं।
धर्मशास्त्र रोमियों 4 में कहता है,
"जो काम नहीं करता
वरन भक्तिहीन के धर्मी ठहराने वाले पर विश्वास करता है,
उसका विश्वास उसके लिया धार्मिकता गिना जाता है।"
मेरे पास स्वर्ग जाने के लिए धार्मिकता का होना ज़रूरी है।
और मेरे पास थोड़ी भी नहीं है।
बिली ग्राहम एक पापी है।
मेरे पास अपनी स्वयं की धार्मिकता नही है।
मैं प्रभु यीशु मसीह की धार्मिकता में आता हूँ।
तब बाइबल कहती है,
"विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुमहारl उद्धार हुआ है,
न कर्मों के कारण ऐसा न हो कि कोई घमंड करे।"
यदि आप अपनी स्वर्ग की राह बना सकते हैं,
तो स्वर्ग जाकर सबसे घमंड से कहेंगे,
देखो मैंने क्या किया।
मैं इतना अच्छा व्यक्ति था, मैं खुद से यहाँ पहुँच गया।
स्वर्ग सिर्फ यीशु द्वारा ही पहुँचते हैं।
तथ्य यह है कि समय कम है
हमें अभी कुछ करने के लिए बुलाता है
क्यूंकि धर्मशास्त्र में 2 कुरुन्थियों 6:2 कहता है
"अभी वह मानने का समय है।"
कल नहीं, आज।
आज, यदि आप उसकी आवाज़ सुनते हैं,
अपने दिल कठोर न करें।
आप हृदय को कठोर कर सकते हैं।
आप ऐसा संदेश सुनते हैं और यह बहुत खतरनाक हो सकता है
क्यूंकि आप अपना हृदय कठोर कर लेंगे
और अगली बार जब सुसमाचार सुनेंगे,
आपका ह्रदय कठोर और कठोर और कठोर होता जाएगा।
यीशु के पास अभी आयें।
अगर आपके दिल में एक फुसफुसाहट भी है
तब आपको आने की आवश्यकता है,
आप आयें और कहें,"प्रभु, आज रात से मेरा सब कुछ आपका है।
मैं निश्चिंत होना चाहता हूँ आपसे मिलने के लिए मैं तैयार हूँ।"
अभी आयें।
अगर आप यीशु को ग्रहण करना चाहते हों,
आप प्रार्थना कर सकते हैं जैसा मैंने किया था।
और जैसा मैंने किया था।
जैसा मैंने किया था।
प्रिय परमेश्वर, मैं पापी हूँ।
मैं अपने पापों के लिये माफी मांगता हूँ।
मैं अपने पापों से फिरना चाहता हूँ।
मैं विश्वास करता हूँ कि यीशु मसीह आपका पुत्र है।
मैं विश्वास करती हूँ वह मेरे पापों के लिए मरे और आपने उन्हे जीवित किया।
मैं उनपर अपने मुक्तिदाता के रूप में विश्वास करती हूँ
और आज से मैं उन्हे प्रभु के रूप में ग्रहण करती हूँ।
यीशु, मैं अपना भरोसा आप पर रखता हूँ।
मैं अपना जीवन आपको समर्पित करता हूँ।
और मैं अपना जीवन आपको समर्पित करती हूँ।
मैं अपना जीवन आपको समर्पित करता हूँ।
कृपया मेरे जीवन में आयें
और मुझे अपनी पवित्र आत्मा से भर दें।
और मैं यह प्रार्थना यीशु के नाम से करता हूँ।
आमीन।
आमीन।
आमीन।
जो कोई प्रभु का नाम लेगा
उद्धार पाएगा।
-रोमियो 10:13