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कुमारी सईद: मेरे लिए अमरीकी मुसलमान होने का
अर्थ है कि आप अमेरिकी पहचान के चश्मे से अपने
मज़हब का पालन करते हैं.
ठीक है. बढ़िया
तो मैं कभी आकर आपसे ये ले लूंगी
मेरा नाम अफ़ीफा सईद है और मैं USAID के मध्यपूर्व और एशिया ब्यूरो में
संस्कृति और विकास की वरिष्ठ सलाहकार हूं
मेरा परिवार कश्मीर से है
मैं वहीं पैदा हुई और फिर मेरे मां-बाप स्नातकोत्तर
पढ़ाई के लिए अमेरिका आ गये
तो मैं लगभग पूरी ज़िंदगी यहीं रही हूं
मेरे लिए एक अमरीकी और एक मुसलमान होने के बीच
कोई विरोधाभास नहीं है.
असलमें मैं सोचती हूं कि मैंने जितनी यात्राएं की हैं
जितनी जगह काम किया है
कि मेरे लिए यहां अमरीका ही सबसे आराम की जगह है क्यों कि
क्यों कि आप की दोनों पहचानें
बिना किसी व्यवधान के एक दूसरे में
धुलमिल जाती हैं.
मैं नहीं समझती कि अब आप यह कह सकते हैं कि यह व्यक्ति
अमरीकी मुसलमानों का प्रतीक है या प्रतिनिधित्व करता है
क्यों कि अब इतनी विविधता है कि बहुत से कि बहुत से
लोग समुदाय की ओर से बोल सकते हैं.
श्री हुसैन: भई, अमरीका में मुस्लिम समुदाय में बड़ी विविधता है
बड़ी ओजस्विता है और कई तरह से तो यह वृहत अमरीकी समुदाय
की विविधता जैसा ही दिखता है.
मेरा नाम रशद हुसैन है
मैं व्हाइट हाउस परामर्शदाता कार्यलय में
राष्ट्रपति के लिए उप परामर्शदाताओं में से एक हूँ
इस तरह मैं वकील हुआ
(हंसी)
आस्थाओं वाले अन्य अमरीकियों की तरह
बहुत से महत्वपूर्ण मूल्य बहुत मिलते जुलते हैं
हमारे मज़हब में एक परम्परा है कि अगर तुम
कुछ ऐसा देखो जो आपत्तिजनक है तो
उसे अपने हाथों से ठीक करो
और अगर हाथों से ठीक न कर सको
तो उसके विरुद्ध बोलो
उसे अपनी ज़ुबान से बदलो
और अगर तुम वह भी न कर पाओ तो उसका मतलब है
तुम उसे अपने दिलमें नापसंद करो
मैं समझता हूंकि इस मूल्य को सभी धर्मों के लोग मानते हैं
और एक तरह से मेरा यही काम है.
कुमारी बशीर : मैंने हमेशा ऐसा काम किया है जो मेरे लिए संतोषजनक रहा
ऐसा काम जो मुझे लाभप्रद लगे
यानी जिससे औरों को लाभ मिले इसके विपरीत
कि मुझे लगे कि यह ऐसा काम है जिससे किसी को
फ़ायदा नहीं हो रहा
मेरा नाम लेमा बशीर है
मैं यहां न्याय मंत्रालय में नागरिक अधिकार शाखा के
वोटिंग विटिंग सेक्शन में मुकदमे लड़ने वाली वकील हूं
मेरा परिवार फिलिस्तीनी है
मेरी मां फिलिस्तीनी अमरीकी हैं जो ओहायो में जन्मी
मेरे पिता उत्तरी फिलिस्तीनी से हैं और उनका परिवार
तब लेबेनान चला गया जब वह बच्चे थे
और वह वहीं पले बढ़े
मेरा परिवार हमेशा अरब-अमरीकी समुदाय से जुड़ा रहा है
जिन क्षेत्रों में हम रहे, और यहां वाशिंग्टन में
निश्चय ही बड़ा सजीव अरब-अमरीकी समुदाय है
वे राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल होते रह्ते हैं
यह ऐसी बात है जो होती तो पहले भी थी
लेकिन छोटे पैमाने पर, किन्तु अब यह कहीं बड़े पैमाने पर हो रहा है
क्योंकि लोग यह समझ रहे हैं कि यह पहचानने की
ज़रूरत है कि आप अमेरिकी हैं और यह आपका देश है.
आपकी एक पृष्ठभूमि है, आप कहीं से हैं,
आपका परिवार कहीं से आया है, हम सब कहीं न कहीं से आए हैं .
लेकिन हमें यह समझने की भी ज़रूरत है और लोग समझ रहे हैं
कि यहां रहने का मतलब है प्रक्रिया में शामिल होना
और उससे सभी को लाभ होता है
मेरे लिए तथा औरों के लिये भी यह शिक्षाप्रद रहा है
यह चर्चा करना कि अमेरिका में मुसलमान
होने का क्या अर्थ है.
श्री हुसैन: मुस्लिम अमरीकी, अमरीका के जीवन के हर
पहलू में सक्रिय रहे हैं
कुमारी सईद: अमरीकी मुसलमानों के रूप में हमारे जो आदर्श हैं वे
दुनिया भर में अन्य जगह के मुसलमानों के आदर्शों से भिन्न नहीं हैं
♪( संगीत बजता है)♪