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एक धनवान व्यक्ति, अपनी मृत्युशय्या पे, आप उस व्यक्ति से पूछें, वह क्या चाहता है- वह शांति चाहता है।
आप जानते हैं, बहुत सारे शांति के मुद्दे जो कि मनुष्य कि आत्मा खोजती है-यह हमेशा
उन लोगों के पास वापस जाते हैं जिन्होंने आपके साथ अनुचित किया हो। या फिर आपका परिवार। और आपको अभी तक शांति
नहीं मिली होती है। मैं उनको क्षमा करना चाहता हूँ। बहुत सारे लोग क्षमायाचना की प्रतीक्षा करते हैं इससे पहले
कि वह उनको क्षमा करने के बारे मैं सोचें। यह इस बारे मैं नहीं है कि वोह क्षमायाचना के लिए चाहे या न चाहे, यह
इस बारे मैं है कि आप अपनी जंजीरों को जाने दें, उन भावनाओं को जो जुडी हैं कि उन्होंने
आपके साथ क्या किया था। अगर आप उनको जाने देते हैं, अगर आप क्षमा कर सकते हैं- और हाँ, मैं यह नहीं कह रहा कि किसी को आप अपना दुस्र्पयोग करने दें
और क्षमा कर दें। अगर आपका दुस्र्पयोग हुआ है, सहायता मांगिए, एक परामर्शदाता खोजिये, उस स्थति मैं आइये
जहाँ आप सुरक्षित रहें। परन्तु मैं आज चाहता हूँ कि आप जाने कि जिन लोगों ने आपके साथ बुरा किया है उनकी स्वतंत्रता
आरंभ होती है जब आप उनको क्षमा करने का निर्णय लेते हैं ।