Tip:
Highlight text to annotate it
X
कहलाने वाले बड़े लोग बहुत बड़े घाटे में रह जाते हैं, बिल्ली और कुत्ता पालते हैं
बिल्ली के पैर की धूल, कुत्ते की पैर की धूल घर में अशांति और अबरकत लाती है
और उनके श्वासों-श्वास तमस लाती है
बिल्ली - कुत्ते को खाने को तो दे दो भले, लेकिन उनको घर में प्रवेश नहीं देना चाहिए, उनको स्पर्श करने वाला आदमी..
जब तक स्नान नहीं करता तब तक शुद्ध नहीं होता
जिनके घर में बिल्ली-कुत्तों का आगमन है वहाँ देवताओं का सात्विकता का प्रभाव नहीं रहता
सहज प्रसन्नता, सहज जीवन नहीं रहेगा, फिर कुत्ते की गुलामी सुख के लिए, बिल्ली की गुलामी
ये बड़े लोग कितने बेचारे लाचार है, मोहताज है ! सुख के लिए..
अंतरात्मा से कितने दूर है बेचारे ! उन पर तो तरस आता है
रोटी दे दो, प्यार - पुचकार करो लेकिन स्पर्श कर के आप अपनी मलीनता मत बढाओ
कुत्ता घर में ना रखो
चौकी के लिए भी रखना हो तो उसको अलग से रखो
तुम्हारे कमरे में, या तुम्हारे स्पर्श में कुत्ता - बिल्ली आएँगे तो तुम्हारा रजस, तमस में गिरेगा
आने वाली योनि कुत्ते की होने की सम्भावना बढ़ जाएगी�